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Justice for Tea Workers

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English

This petition has been issued by eminent personalities, published in the press conference held at Press Club, Kolkata on 1 July, 2016. The names of the persons who issued the petition are at the end of the text. https://goo.gl/wIr5Pu

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An appeal to the Central and State Governments about the Tea Garden Workers

We know that workers of Alchemist and Duncan-Goenka run tea gardens in North Bengal are living in a state of indescribable indigence.

The owners of Duncan-Goenka tea gardens have stopped payments to workers from April, 2015, the running of the gardens ceased and even the managers left the gardens in some places. Seven tea gardens run by this group, situated at Dooars, are at present completely closed. No proper solution regarding their opening and the payment of dues for the workers is coming in effect. As a result, families of the workers of these gardens are suffering from uncertainty of job, precarious rationing system, poor child education, scant water supply and shattered health services. Naturally they are living in a highly distressed situation.

The three gardens of Alchemist group namely Peshok, Kalej Valley and Dooteriah in the hills of Darjeeling are also suffering from same fate of wretchedness. The gardens are nominally open. The workers are not having their wages. Consequently, they are deprived of various other facilities. The gardens have 2,544 permanents and around three thousands of casual workers. The cash arrears due to them amount to 1.72 crore rupees and reaches up to 5 crores if bills for medicine, firewoods, umbrella, gumboot etc. and due gratuity for retired personnel are taken into account.

The owners did not honour the decision of returning the dues of the workers twice after it had been settled in tripartite meetings called by the Labour Department of the Govt. On the one hand the wages are nominal and on the other workers are being deprived of their legal benefits like medical treatment, umbrella, gumboot, blanket, firewood and crèche for children. Consequently, the schedule of due payment amount and list is becoming longer and larger day by day. So far no significant steps are visible to ensure proper implementation of Plantations Labour Act or punishment for violation of rules.

In these circumstances, we appeal to the Union Government and the Tea Board of India as well as the State Government and Tea Development Corporation of the state for intervening in a coordinated manner into the issues and ensuring payment of dues for the workers. We also appeal them to take necessary action for properly running the closed and sick tea gardens.


বাংলা

চা শ্রমিকদের বিষয়ে কেন্দ্র ও রাজ্য সরকারের প্রতি একটি খোলা আবেদন

আমরা জানি যে, অ্যালকেমিস্ট এবং ডানকান-গোয়েঙ্কা গোষ্ঠী পরিচালিত উত্তরবঙ্গের চা বাগানগুলির শ্রমিকরা অত্যন্ত দুরবস্থার মধ্যে আছেন।

গত এপ্রিল, ২০১৫ থেকে ডানকান-গোয়েঙ্কার চা বাগানের মালিকরা শ্রমিকদের পাওনাগন্ডা বন্ধ করে দেয় এবং বাগানের স্বাভাবিক কাজকর্ম বন্ধ হয়ে যায়, কোথাও কোথাও ম্যানেজাররা বাগানণ্ডলো ছেড়ে চলে যায়। বর্তমানে এই গোষ্ঠীর অধীন কিছূ বাগান খুললেও এখনও ডুয়ার্সের ডানকান-গোয়েঙ্কা গোষ্ঠীর মালিকানাধীন সাতটি চা বাগান বন্ধ। সেগুলো খোলার ব্যাপারে ও শ্রমিকদের বকেয়া পাওনার ব্যাপারে কোনও সমাধানসূত্র এখনও গরহাজির। তার সাথে বিকল্প রোজগারের বন্দোবস্ত, রেশনবণ্টন, শিশুদের পড়াশোনা, পানীয় জলের সংকট, স্বাস্থ্যের ভগ্নদশা নিয়ে এক দুর্বিষহ অবস্থার মধ্যে দিন কাটাচ্ছে সেখানকার শ্রমিক পরিবারগুলি।

অ্যালকেমিস্ট গোষ্ঠী পরিচালিত পাহাড়ের পেশক, কলেজভ্যালি ও ধোত্রে— এই তিনটে চা বাগানের শ্রমিকরাও খুবই খারাপ অবস্থার মধ্যে আছেন। বাগানগুলো এখন নামে খোলা হলেও গত কয়েক মাস ধরে শ্রমিকরা বেতন একদমই পাচ্ছেন না, পাচ্ছেন না অন্যান্য প্রাপ্য সুযোগসুবিধাগুলিও। এই তিনটি বাগানে কর্মরত ২,৫৪৪ জন স্থায়ী এবং আরও হাজার তিনেক অস্থায়ী শ্রমিকের প্রাপ্য নগদ বকেয়ার পরিমাণ ১.৭২ কোটি টাকা, যার সাথে ওষুধের বিল, জ্বালানী কাঠের পয়সা, ছাতা, চপ্পল ইত্যাদি এবং অবসরপ্রাপ্তদের গ্র্যাচুইটির বকেয়ার হিসেব ধরলে পরিমাণটা ৫ কোটিতে পৌঁছবে। সরকারের শ্রম দপ্তরের ডাকা ত্রিপাক্ষিক মিটিংগুলোতে বকেয়া পরিশোধের সময়সীমা দু’-দুবার নির্ধারিত হওয়া সত্ত্বেও মালিকপক্ষ সেসব পূরণ করেনি। একেই তো চা শ্রমিকদের বেতন নিতান্তই কম। তার ওপর শ্রমিকদের প্রাপ্যের হিসেবে রেশন, চিকিৎসার সুবিধা, ছাতা, জুতো, কম্বল, জ্বালানী কাঠ, শিশুদের জন্য ক্রেশের সুবিধা দেওয়ার কথা থাকলেও, সেসব না দেওয়ার তালিকা দীর্ঘ থেকে দীর্ঘতর হচ্ছে। এধরনের আইনগুলি রূপায়নের বা আইনলঙ্ঘনে কার্যকরী ব্যবস্থা নেওয়ার কোনও প্রকরণও দেখা যাচ্ছে না।

এমতাবস্থায়, আমরা ভারতের কেন্দ্রীয় সরকার ও পশ্চিমবঙ্গের রাজ্য সরকার তথা ভারতের টি বোর্ড ও রাজ্যের টি ভেভেলপমেন্ট কর্পোরেশন-এর কাছে আবেদন জানাচ্ছি যে — তারা অনতিবিলম্বে সমন্বিতভাবে বিষয়গুলিতে কার্যকর হস্তক্ষেপ করুন এবং শ্রমিকদের বকেয়া প্রাপ্তি নিশ্চিত করুন। সেই সঙ্গে বন্ধ বা রুগ্ন বাগানণ্ডলিকে ঠিকভাবে চালানোর ব্যাপারে যথাযথ ব্যবস্থা গ্রহণ করুন।

नेपाली

चिया श्रमिकहरूको विषय लिएर केन्द्र अनि राज्य सरकारलाई एउटा खुला आवेदन

हामीलाई थाहा छ, उत्तरबंगालको ऐल्केमिस्ट अनि डंकन-गोएंका ग्रुप द्वारा संचालित चिया बगानहरूमा श्रमिकहरू अत्यन्त दुरावस्थामा छन्।

गत अप्रेल, २०१५ देखिनै डंकन-गोएंका चिया बगानमा मालिकहरू श्रमिकहरूको पाउना पैसा बन्द गरिदिए अनि म्यानेजर भने बगान छोडेर भागे। वर्तमानमा यस गोष्टीको केही बगानहरू चालु रहे ता पनि अहिले पनि डुवर्सको सातवटा चिया बगानहरू बन्द छन्। ती बगानहरू खोल्ने अनि श्रमिकहरूको बकाया राशि फर्काइ दिने कुरामा कुनै पहल भएको छैन। यसैको साथ विकल्प रोजगारको व्यवस्थाको कमी, रासिन वितरणमा अव्यवस्था, नानीहरूको पढाई ठप्प, पिउने पानीको सङ्कट, स्वास्थ्यको भग्न दशा लिएर एउटा भयावह अवस्थामा दिन काट्दैछन् त्यहाँका श्रमिक परिवारहरू।

एल्केमिस्ट गोष्टी परिचालित पहाडमा अवस्थित पेशोक, कलेजभ्याली औ धोत्रे- यी तीनवटा चिया बगानका श्रमिकहरू पनि खुबै खराब अवस्थामा छन्। नामको लागि बगान चालु रहे ता पनि श्रमिकहरू गत केही महिनादेखि एकदमै वेतन पाइरहेका छैनन्, अनि अन्य सुविधाहरू पनि पाइरहेका छैनन्। यी तीनवटा बगानहरूमा कर्मरत २५४४ जना स्थायी अनि अझ कयौ हजार अस्थायी श्रमिकहरूले पाउनुपर्ने नगद राशि १.७२ करोड रुपियाँ उगेको छ, यसैसँग दबाईको बिल, बाल्ने दाउराको पैसा, छाता, चप्पल इत्यादि अनि अवकासप्राप्तहरूको ग्राच्युटि बकायाको हिसाबमा लिने हो भने उक्त राशि ५ करोड रुपियाँ सम्म पुग्छ। सरकारको श्रम दफ्तरमा बोलाइएको त्रिपक्षीय बैठकमा बकाया राशि तिर्ने समयसीमा दुई-दुईपल्ट निर्धारित भइसके पछि पनि मलिकपक्ष त्यसलाई पुरा गरेका छैनन्। त्यसै त चिया उद्योग जस्तो एउटा ठुलो सङ्गठित उद्योगमा अहिलेसम्म निम्नतम ज्याला लागु भएको छैन! मजदुरहरूले पाउनुपर्ने रासिन, चिकित्सा सुविधा, छाता, जुत्ता, कम्बल, दाउरा, क्रेच आदि सहुलियतहरूको प्रावधान रहेतापनि ती सबै नदिने तालिका लामो देखि अझै लामो भइरहेको छ। यस्तो कानुनलाई उल्लङ्घन गर्दा पनि तिनीहरू विरुद्ध कडा कारबाही गर्ने कुनै किसिमको पहल पनि कहीँ बाट देख्न पाइएको छैन।

यस्तो एउटा अवस्थामा हामी भारतको केन्द्रीय सरकार तथा भारतको टी बोर्ड अनि पश्चिम बङ्गाल राज्य सरकार तथा राज्यको टी डेभलपमेन्ट कोर्पोरेशन-माझ आवेदन राख्दैछौ कि तिनीहरूले समन्वयसित छिटोभन्दा छिटो सम्भव विषयहरूमा प्रभावकारी र कार्यकारी हस्तक्षेप गरुन् र श्रमिकहरूले पाउनु पर्ने राशि निश्चित गरुन्। यसै साथ बन्द वा रुग्न चिया बगानहरूलाई रामरी सञ्चालन गर्नको निम्ति अनिवार्य व्यवस्था लिउन्।

हिन्दी

चाय मजदूरों का मुद्दा लेकर केन्द्र व राज्य सरकार के प्रति एक खुला पत्र

हमें मालूम हैं कि, उत्तर बंगाल के एलकेमिस्ट और डंकन-गोएंका ग्रूप द्वारा संचालित चाय बगीचों के मजदुर एक दर्दनाक हालत के बीच दिन गुजार रहे हैं।

गत अप्रैल, २०१५ से डंकन गोएंका के बगीचों में मजदूरों का ‘तलब तनखाह’ बन्द हो गया, बगीचों के सामान्य काम काज भी ठप पड़ गया, कही कही तो प्रबंधक वर्ग बगान छोड़ कर चले गयें। कुछ दिन पहले इस ग्रूप के कुछ बगान फिर से चालू हुआ, पर अभी भी उसके सात बगान बन्द हैं। इन बगानों को खोलना या मजदूरों का बकाया चुकाने का मामले पर अभी तक कोई हल नहीं निकला। साथ–साथ विकल्प रोजगार, राशन, बच्चोँ की पढाई, चिकित्सा-स्वास्थ्य या यहाँ तक की पिने का पानी लेकर भी संकट ही संकट हैं।

एलकेमिस्ट ग्रूप के अधीन पहाड़ के पेशोक, कालेजभेल्ली और धोत्रे के मजदुर भी बहुत ही दुर्दशा में हैं। हालाकि, ये तीन बगान खुला है पर कही महीनो से यहां के मजदूरों को न तो मजदूरी मिल रही हैं न ही दूसरी सहूलियतें। इन तीन बगानों में कार्यरत २५४४ स्थायी मजदुर और लगभग तीन हजार अस्थायी मजदूरों का नगदी बकाया राशि १.७२ करोड रूपयें हैं, इसके साथ मेडिकल बिल, लकड़ी, छाता–चप्पल आदि एवं रिटायार्ड मजदुर-कर्मचारियों को मिलनेवाला ग्रेच्युटी को जोड़ने से कुल बकाया राशि ५ करोड तक पहुचती हैं। सरकार का श्रम विभाग द्वारा बुलायी गयी त्रिपक्षीय बैठकों में बकाया चुकाने की समय सीमा दो-दो बार तय होने के बावजूद भी मालिक पक्ष अपना आश्वासन पूरा नहीं किया हैं। वैसे तो चाय मजदूरों की मजदूरी बहुत ही कम हैं। उसके उपरान्त राशन, चिकित्सा, छाता, जुते, कम्बल, जलावन, क्रेच जैसी मिलनेवाली सुविधाओं भी ना के बराबर होने जैसा हैं। इस मामले में कानून को लागु करने के लिए या कानून का उलंघन के खिलाफ उचित कारवाही करने के लिए सरकार की और से कोई कदम उठाया नहीं जा रहा हैं।

इस स्थिति में हमलोग केन्द्र सरकार तथा भारत का टी बोर्ड एवं राज्य सरकार तथा राज्य के टी डेवेलोपमेंट कॉरपोरेशान से यह अपील कर रहे है की वे अविलम्ब समन्चित रूप से उपरोक्त मुद्दे को लेकर उचित कारवाही करे तथा मजदूरों का बकाया का चुकाना सुनिश्चित करें। साथ साथ हम ये अपील भी कर रहे है की वे बन्द या बीमार बगानों को ठीक से संचालित करने के लिये भी उचित कदम उठाये।

Sankha Ghosh, Poet, Kolkata

Tarun Sanyal, Social Activist, Kolkata

Bibhas Chakraborty, Theatre Activist, Kolkata

Miratun Nahar, Social Activist, Kolkata

Aparna Sen, Actress and Director, Kolkata

Baniprasanna Mishra, North Bengal University

Binayak Sen, Doctor & Rights Activist, Kolkata

Bimal Toppo, Writer, Kartika Mission

I. B. Gurung, Intellectual, Kalchini Tea Garden

Bilkan Bara, Social Activist, Ethelbari

L.M. Sharma, Retired Teacher, Rango High School

Suhrid Bhowmik, National Fellow, ICSSR

Meher Engineer, Ex-Director, Bose Institute

Bolan Gangopadhyay, Social Activist, Kolkata

Ashok Gangopadhyay, Retired Judge, High Court

Kabita Lama, Sikkim University

Munish Tamang, Delhi University

Pushpan Pradhan, Singer, Dooars

Srijato, Poet, Kolkata

Subhendu Dasgupta, Economist, Kolkata

Ratan Khasnabis, Economist, Kolkata

Sumit Sarkar, Historian, Delhi

Tanika Sarkar, Historian, Delhi

Rangili Biswas, Professor & Singer, Kolkata

Rangu Soriya, Social Activist, Panighata Tea Grdn.

Amir Sundas, Painter and Sculptor, Bagrakot

Raja Puniani, Poet, Siliguri

Satarupa Sanyal, Filmmaker, Kolkata

Ashish Lahiri, Essayist, Kolkata

Dhiraj Sengupta, Secretary, APDR

Pallab Kirtaniya, Singer, Kolkata

Prabhat Pathak, Social Activist, Siliguri

Ajit Roy, Essayist and Social Activist, Siliguri

Anita Majumdar, Doctor, Siliguri

Tamas Ranjan Majumdar, North Bengal Univ.

Sujato Bhadra, Human Rights Activist, Kolkata

Tika ‘Bhai’, Poet, Kalimpong

Banika Pradhan, Singer, Darjeeling

Bipul Chakraborty, Poet and Singer, Kolkata

Anushree Chakraborty, Singer, Kolkata

Mohan P. Dahal, North Bengal University

Pranab Kanti Bose, Visva Bharati University

Subhashish Mukharjee, Calcutta University

Purnyabrata Goon, Doctor, Kolkata

Manoj Bogati, Poet, Kalimpong

Mainak Biswas, Film maker, Kolkata

Sanmatha Ghosh, Doctor, Kolkata

Sabyasachi Deb, Poet, Kolkata

Srijan Sen, Poet, Kolkata

Samir Aich, Painter, Kolkata

Abhijeet Majumdar, Social Activist, Siliguri

Abhijit Roy, Social Activist, Alipurdwar

Abhiranjan Bhaduri, Secretary, APDR, Siliguri

Abhisek Biswas, Photographer, Kolkata

Ajay Kharka, Essayist, Bagrakot

Ajit Chettri, Intellectual, Malbazar

Alok Chakraborty, Theatre Director, Uttal

Amit Bhattacharya, Jadavpur University

Amit Roy Chaudhuri, IIEST, Shibpur

Amitabha Chakraborty, Doctor, Kolkata

Amitava Bhattacharya, Social Activist, Kolkata

Amitdyuti Kumar, Rights Activist, Hooghly

Anamika Moktan, Viswa Bharati University

Anil Tailaija, Writer and Journalist, Kalimpong

Anil Thapa, Intellectual, Beech Tea Garden

Anindya Chakraborty, Photographer, Kolkata

Anu Chakraborty, Cultural Activist, Siliguri

Anup Sharma, Nepali High School, Birpara

Anupam Pani, Sampan, Kolkata

Ardhendu Naskar, Art Age, Kolkata

Arindam Chakraborty, Heritage Inst. Of Tech.

Ash Bahadur Subba, Hamiltongunj

Ashish Bhattacharya, Das Diganta, Coochbihar

Ashok Mukhopadhayay, Essayist, Kolkata

Ashok Ranjan Thakur, Retired VC, Kolkata

Asim Giri, Singer, Kolkata

Asish Kumar Das, Essayist, Siliguri

Avro Aich, Film Maker, Kolkata

B.M. Yonzon, Madarihat

Balaram Puri, Bagrakot

Banajyotsna Lahiri, Ambedkar University, Delhi

Banikanta Bhattacharya, Activist, Coochbihar

Bankim Dutta, Science Activist, Naihati

Basudev Bhattacharya, Cultural Activist, Siliguri

Bhaskar Lama, Siliguri College

Bhima Rai ‘Tolachha’, Poet, Kalimpong

Binay Kerketta, Social Activist, Madhu Tea Gardn

Bidhan Chandra Saha, Siliguri

Bijay Debnath, Sabang College

Bikas Ranjan Dev, North Bengal University

Bikas Ranjan Dev, Surya Sen College

Binod Subba, Raimatang Tea Garden

Binoy Kishore Rai, Kurseong College

Biplab Bandhopadhay, Theatre Activist, Kolkata

Birendra Pradhan, Meteli

C . B. Ghale, Bagrakot

Chandana Mitra, Doctor & Activist, Howrah

Chandidas Bhattacharya, Pathikrit, Kolkata

Chewang Yonjon, Journalist, Kalimpong

Dawa Bhutia, Darjeeling Government College

Dayal Bandhu Majumdar, Doctor, Kolkata

Depali Bhattacharya, Artist, Kolkata

Depen Tamang, Margarets Hope Tea Garden

Dhiraj Bose, Rabishasya Magazine, Kolkata

Dhrubajoti Ghosh, Environmentalist, Kolkata

Dilip Mukherjee, Divisional Secy., NFPEU, Siliguri

Dipak Rai, Journalist, Bhopal

Diwas Dukpa, Acharya Prafulla Chandra College

Durga Gurung, Birpara

Fagu Oraon, Kohinoor Tea Garden

Gangaram Pradhan, Sukhiya High School

Garga Chaterjee, Indian Statistical Institute

Geeta Dewan, Siliguri College

George Xaxa, Retired Teacher, Banchukhamari

Gopal Singh Biswa, Bagrakot

Gora Gupta, Charanik Natya Gosthi, Kolkata

Goutam Chakraborty, Rights Activist

Govinda Chaudhuri, North Bengal University

Hemant Thapa, Musician, Kalimpong

Indira Ghosh, JNU, Delhi

Indranil Bhattacharya, Siliguri

Ishani Dutta Roy, Journalist, Kolkata

Jayantanath Sarkar, Editor, Soviet Bichitra

Jiwan Baraily, Banarhat

Joy Sarkar, North Bengal University

Kailash Subba, Chota Fapri Nepali Primary School

Kalyankanti Roy, Social Activist, Malbazar

Kamalkrishna Banerjee, Advocate, Jalpaiguri

Kamlini Tudu, Social Activist, Shamuktala

Kiriti Roy, Manab Adhikar Suraksha Mancha

Koushik Das, Hiroshima University

Krishna Shreshta, Birpara

Krishna Yonjon, Hantapara Tea Garden

Krishnapada Kundu, Poet, Siliguri

Kulprasad Sharma, Bagrakot

Kumar Rana, Hantapara Tea Garden

Kuntal Ghosh, Indian Statistical Institute, Kolkata

Kushal Debnath, Social Activist, Kolkata

Lakpa Lama, Kalchini Tea Garden

Lalit Nyasur, Cultural Activist, Kalchini

Lalsingh Bhujel, Forest Rights Actvst, Rajabhtkhw

Lekhnath Chettri, Poet, Bijanbari

Madhumita Majumdar, Siliguri

Mani Lama, Satali

Manik Acharya, Kalimpong College

Mihir Chakraborty, Retd Prof, Calcutta University

Minbhadur Gurung, Oodlabari

Mohan Biswa, Satali Tea Garden

Mohit Ranjan Sikdar, Social Activist, Malbazar

Moumita Das, Bethune College

Mrinmoy Nandi, Film maker, Kolkata

Munmun Biswas, BKC college, Kolkata

Narendra Yonzon, Saraswati High School, Peshok

Neh Arjun Indwar, Activist, Madhu Tea garden

Nilam Tamang, Poet, Siliguri

Nilanjan Dutta, Human Rights Activist, Kolkata

Nima Tshering, Meteli

Nripen Pal, Researcher & Writer, Coochbihar

P Das, Divisional Secy., FNPO, Siliguri

Partha Chaudhuri, Theatre Director, Damama

Partha Sarthi Roy, IISER, Kolkata

Parthapratim Mitra, Cultural Activist, Siliguri

Parthapratim Pan, Doctor, NBMCH

Parthapratim, Doctor, Banarhat

Pinaki Banerjee, North Bengal University

Prabal Dasgupta, Indian Statistical Institute

Prabhat De, Theatre Activist, Malbazar

Pradeep Lohagun, Poet & Film maker, Kalimpong

Pradeep Mondal, North Bengal University

Pratap Khati, Lawyer, Kalimpong

Pulak Kumar Ganguly, Dist Secy, NPTE (BSNL)

Purnima Thami, Intellectual, Siliguri

Rabin Thapa, Ellenbari

Rajashree Mukhopadhay, Researcher, Kolkata

Rajesh Bhattacharya, IIM Kolkata

Rajesh Pradhan, Banarhat

Rajkumari Dahal, Siliguri College

Rakesh Sharma, Poet, Kalimpong

Rakhin Shikdar, Charanik Theatre Group, Kolkata

Ramesh Tiruwa, Dumchipara Tea Garden

Ramprasad Tirki, Writer, Loknathpur

Ritesh Biswa, Gorubathan Govt. College

Ronny Sen, Photographer, Kolkata

Rujash Yonle, Darjeeling Government College

Rupesh Biswa, Patharjhora

Rupesh Sharma, Journalist, Sikkim

S. Saha, Doctor, Siliguri

Sabyasachi Chattopadhyay, Kalyani University

Sadhan Dasgupta, Theatre Activist, Malbazar

Sagar Rai Dewan, Hamiltongunj

Sailesh Chhetri, North Bengal University

Salmi Hembram, Social Activist, Samuktala

Sanjay Raj Biswa, Educationist, Samsing

Sanjeev Acharya, Jadavpur University

Sanjiban Dutta Roy, Retd. Prof, Siliguri College

Sankar Duttagupta, Anandam Cultrl Cntr, Cchbhr

Sankarnath Pradhan, Intellectual, Bagrakot

Sarita Samadarshi, Poet, Gorubathan

Sasank Dev, Disha, Kolkata

Saswati Biswas, North Bengal University

Saswati Ghosh, Prof. & Women Activist, Kolkata

Satyam Tamang, Margaret’s Hope Tea Garden

Satyen Mondal, Researcher, Satali Mandalpara

Seshadri Basu, Parimal Mitra Memorial College

Shaan Bhattacharya, Artist & Doctor, Kolkata

Shivkumar Chettri, Dima Tea Garden

Shivraj Pradhan, Dumchipara Tea Garden

Soumitra Ghosh, Social Activist, Siliguri

Soumitra Ghosh, TISS, Mumbai

Soumya Chakraborty, Visva Bharati University

Soumyadeep Ghosh, Artist and Resrcher, Kolkata

Sourish Jha, Rabindra Bharati University

Subhajit Bhattacharya, Doctor, Kolkata

Subhankar Ghosh, Essayist, Kolkata

Subhashish Banerjee, IIEST, Shibpur

Sudarshan Tamang, Bandapani

Sukhbir Yonzon, Writer, Garganda Tea Garden

Suman Goswami, APDR, Alipurduar

Sumanta Bhattacharya, Kurseong College

Sundar Rabha, Forest Right Activist, Chilapata

Sunil Ekka, Doctor, Madhu Tea Garden

Supriyo Sen, Filmmaker, Kolkata

Swatasiddha Sarkar, North Bengal University

Tanmoy Singha Mahapatara, Ranibandh College

Tapan Kumar Deb, Writer & Researcher, Birpara

Tarun Kanti Naskar, Jadavpur University

Tarun Mandal, Doctor, Medical Service Centre,

Umesh Pariyar, Poet, Kalijhora

&

Laali Guraas, Darjeeling

Aneek Patrika, Kolkata

CESTASS, Kolkata

Ganabishan, Kolkata

Canvas

Pariprashna, Kolkata

Bangla Monthly Review, Kolkata

Nehai Sanskritik Mancha, Kolkata

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